ट्रंप की वापसी: एक नया अध्याय
डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार रात (भारतीय समयानुसार) अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली। यह ट्रंप का दूसरा कार्यकाल है और उन्होंने इसे अपने पहले कार्यकाल से अलग और अधिक प्रभावी बनाने का वादा किया है।
अमेरिका फर्स्ट नीति को दोहराया
ट्रंप ने अपने भाषण में ‘अमेरिका फर्स्ट’ की नीति को दोहराया। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता अमेरिकी नागरिकों के हितों की रक्षा करना और देश को आर्थिक और सैन्य रूप से मजबूत बनाना है।
पेरिस जलवायु समझौते से अलगाव
ट्रंप ने पेरिस जलवायु समझौते को ‘अमेरिकी उद्योगों के लिए नुकसानदायक’ बताते हुए इससे बाहर निकलने का निर्णय लिया। उनके अनुसार, यह समझौता अमेरिका के ऊर्जा क्षेत्र को कमजोर करता है और विदेशी देशों को लाभ पहुंचाता है।
डब्ल्यूएचओ से अलगाव पर जोर
डब्ल्यूएचओ से अमेरिका के बाहर निकलने का निर्णय ट्रंप के कोविड-19 महामारी के दौरान लिए गए रुख का हिस्सा है। उन्होंने इसे एक पक्षपाती संगठन करार दिया और कहा कि अमेरिका अपने स्वास्थ्य और महामारी से संबंधित नीतियों को स्वतंत्र रूप से तय करेगा।
तकनीकी क्षेत्र के साथ संबंध मजबूत करने की योजना
ट्रंप ने प्रमुख तकनीकी कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक की। उन्होंने अमेरिकी तकनीकी प्रगति को प्राथमिकता देने और चीन के साथ प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता जताई।
टिकटॉक को दी गई चेतावनी
टिकटॉक को 75 दिनों का समय दिया गया है ताकि वह अपने डेटा सुरक्षा उपायों को बेहतर करे। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
क्षमा आदेशों की चर्चा
ट्रंप ने अपने पहले दिन कई क्षमा आदेश जारी किए। हालांकि, इन पर विवाद भी हुआ है, लेकिन ट्रंप ने कहा कि यह उनके प्रशासन की न्याय नीति का हिस्सा है।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार और सहयोग
ट्रंप ने अमेरिका की व्यापारिक नीतियों में बदलाव करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता अमेरिकी उत्पादकों को सशक्त बनाना और व्यापार घाटे को कम करना है।
समारोह में तकनीकी हस्तियों की मौजूदगी
शपथ ग्रहण समारोह में तकनीकी जगत की बड़ी हस्तियां मौजूद थीं। एलन मस्क, जो ट्रंप के करीबी माने जाते हैं, ने ट्रंप के साथ अपने सहयोग को और मजबूत करने की बात कही।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रियाएं
ट्रंप के फैसलों पर दुनिया भर में चर्चा हो रही है। कुछ देशों ने इसे अमेरिका के आंतरिक मामलों का हिस्सा बताया, जबकि कई ने इसे वैश्विक सहयोग के लिए खतरा करार दिया।
आगामी चुनौतियां और संभावनाएं
डोनाल्ड ट्रंप का दूसरा कार्यकाल कई बदलावों का वादा करता है। हालांकि, उनके फैसलों पर विवाद और चुनौतियां बनी रहेंगी। ट्रंप ने कहा कि वह हर चुनौती का सामना करने और अमेरिका को एक ‘महान देश’ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं
