प्रस्तावना
आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन निवेश आम हो गया है, लेकिन इसके साथ ही साइबर ठगी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। हाल ही में दिल्ली की एक सरकारी अधिकारी 1.2 करोड़ रुपये के ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कैम का शिकार हो गईं। इस लेख में हम इस ठगी की पूरी कहानी, इसके तरीके और इससे बचाव के उपायों पर चर्चा करेंगे।
कैसे हुई ठगी?
यह ठगी अक्टूबर 2023 में शुरू हुई जब 61 वर्षीय महिला की सोशल मीडिया पर एक अजनबी से दोस्ती हुई। उस व्यक्ति ने खुद को एक सफल ऑनलाइन विक्रेता बताया और उन्हें एक यूके-आधारित ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से जोड़ दिया।
- सोशल मीडिया से संपर्क – महिला को निवेश के सुनहरे मौके का झांसा दिया गया।
- व्हाट्सऐप पर गाइडेंस – उस व्यक्ति ने महिला को प्लेटफॉर्म पर अकाउंट बनाने और पैसे निवेश करने के लिए प्रेरित किया।
- शुरुआती मुनाफा – महिला ने 56 ऑर्डर पूरे किए और प्लेटफॉर्म पर बढ़ते बैलेंस को देखकर उन्हें भरोसा हो गया।
- रुकावटें और अतिरिक्त डिपॉजिट की मांग – जब महिला ने पैसे निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने क्रेडिट स्कोर का बहाना देकर 35 लाख रुपये का डिपॉजिट मांगा।
- और अधिक फंसने की प्रक्रिया – महिला ने पैसे वापस पाने के लिए और निवेश किया लेकिन ठगों ने नए बहाने बनाए और और ज्यादा पैसे मांगे।
जब ठगी का हुआ खुलासा
जब महिला ने अपने एक रिश्तेदार से यूके में इस प्लेटफॉर्म की जांच करवाई, तो पता चला कि यह एक फर्जी कंपनी थी। तब तक महिला अपनी पूरी 1.2 करोड़ रुपये की बचत गंवा चुकी थी। उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और जांच जारी है।
ऐसे स्कैम से बचने के उपाय
- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की जांच करें – किसी भी नए निवेश प्लेटफॉर्म की विश्वसनीयता की पुष्टि करें।
- अज्ञात लोगों की सलाह से बचें – सोशल मीडिया पर मिलने वाले अजनबियों की आर्थिक सलाह पर विश्वास न करें।
- असामान्य मुनाफे से सतर्क रहें – अगर कोई असामान्य रूप से उच्च रिटर्न का दावा करता है, तो सावधान रहें।
- वित्तीय विशेषज्ञों से परामर्श लें – निवेश से पहले किसी प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।
- साइबर क्राइम हेल्पलाइन की जानकारी रखें – किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम सेल को दें
