शुरुआत कैसे हुई?
रुद्रपुर के अटरिया रोड पर शुक्रवार को भाजपा नेता राधेश शर्मा और उनके समर्थकों ने एक दरोगा पर शराब के नशे में धुत होने का आरोप लगाया। इस आरोप के बाद स्थिति बिगड़ गई और भाजपा नेता ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर दरोगा की सरेआम पिटाई कर दी।
वीडियो वायरल होते ही बढ़ा मामला
इस घटना का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों में नाराजगी बढ़ गई। लोग कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाने लगे और आरोपी भाजपा नेता की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
पुलिस की प्रतिक्रिया
जनता की मांग को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने भाजपा नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया और कुछ ही घंटों में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि इस घटना में शामिल अन्य आरोपियों की भी तलाश जारी है।
दरोगा का निलंबन
पिटाई के शिकार हुए दरोगा हरवीर सिंह को भी ड्यूटी में लापरवाही बरतने के कारण निलंबित कर दिया गया। हालांकि वीडियो में दरोगा किसी भी तरह की अभद्रता करते नहीं दिख रहे थे, लेकिन फिर भी प्रशासन ने उन्हें निलंबित कर दिया।
सियासी बयानबाजी शुरू
इस मामले ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया। विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और इसे सत्ता के दुरुपयोग का मामला बताया। वहीं भाजपा नेताओं ने इस घटना को व्यक्तिगत मामला करार देते हुए किसी भी तरह की पार्टी की संलिप्तता से इनकार किया।
जनता की उम्मीदें और कानून व्यवस्था
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि आम जनता पुलिस और प्रशासन से निष्पक्ष कार्रवाई की उम्मीद रखती है। ऐसे मामलों में सख्त कानून लागू किए जाने चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की हरकत करने से पहले सोचे।
