कोटद्वार में स्मार्ट मीटर लगाने पर हुआ बवाल
उत्तराखंड के कोटद्वार में स्मार्ट मीटर लगाने पहुंची ऊर्जा निगम की टीम को स्थानीय जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध इतना बढ़ गया कि कर्मचारियों को बंधक बना लिया गया। पुलिस को मौके पर आकर हस्तक्षेप करना पड़ा और कर्मचारियों को छुड़ाया गया।
विरोध के पीछे के कारण
- बिजली बिल में बढ़ोतरी की आशंका – स्थानीय लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर से बिजली बिलों में अनावश्यक वृद्धि होगी।
- पारदर्शिता की कमी – जनता का मानना है कि स्मार्ट मीटरों के जरिए मनमाने तरीके से बिलिंग की जाएगी।
- सरकार की अनदेखी – लोग यह भी आरोप लगा रहे हैं कि बिना उनकी सहमति के यह मीटर लगाए जा रहे हैं।
अन्य जिलों में भी बढ़ता विरोध
उत्तराखंड के अन्य इलाकों में भी यह मुद्दा तूल पकड़ रहा है। कई जगहों पर लोग पहले से लगे मीटरों को हटा रहे हैं और सड़कों पर फेंक रहे हैं। उनका मानना है कि सरकार जबरन यह योजना थोप रही है।
सरकार का पक्ष
सरकार का कहना है कि स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को फायदा होगा, क्योंकि वे अपनी वास्तविक बिजली खपत के आधार पर ही बिल भरेंगे। इससे बिजली चोरी पर भी रोक लगेगी।
क्या हो सकता है समाधान?
सरकार को जनता से संवाद स्थापित करना होगा और उनकी शंकाओं का समाधान निकालना होगा। बिना जागरूकता और जनता की सहमति के इस योजना को लागू करना मुश्किल साबित हो सकता है।
