प्रस्तावना: औरैया में हुई हत्या की इस घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि रिश्तों में विश्वास की कमी कितनी खतरनाक हो सकती है।
प्रेम प्रसंग और असफल विवाह: 24 वर्षीय हाइड्रा चालक दिलीप कुमार की हत्या उनकी पत्नी प्रगति और उसके प्रेमी अनुराग उर्फ बबलू उर्फ मनोज यादव ने मिलकर की। प्रगति अपनी शादी से असंतुष्ट थी क्योंकि वह अनुराग से प्रेम करती थी। जब घरवालों ने उसकी शादी दिलीप से कर दी, तो उसने इस शादी को नकारते हुए दिलीप की हत्या की साजिश रची।
हत्या की योजना: प्रगति ने शादी में मिले एक लाख रुपये का उपयोग कर दो लाख रुपये में शूटर बुक किए। 19 मार्च को दिलीप जब अपने हाइड्रा वाहन से लौट रहे थे, तब पलिया गांव के पास उन पर हमला हुआ। पहले उन्हें पीटा गया और फिर सिर में गोली मारी गई।
पुलिस की तत्परता: पुलिस ने इस मामले की जांच में सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर हरपुरा के पास छापा मारा। इस दौरान प्रगति, अनुराग और शूटर रामजी नागर को गिरफ्तार कर लिया गया।
एसपी का बयान और जांच की दिशा: एसपी अभिजित आर शंकर ने बताया कि इस हत्या के पीछे प्रेम प्रसंग और शादी से असंतोष की वजह सामने आई है। पकड़े गए आरोपियों ने साजिश की बात कबूल कर ली है।
यह घटना समाज में रिश्तों की महत्ता और भावनात्मक स्थिरता के महत्व को रेखांकित करती है।
