हत्या की योजना
हत्या की पूरी योजना पहले से तैयार थी। रिजवान पहले ही यह तय कर चुका था कि उसे मुस्कान को मारना है। उसने अपने साथियों को भी इसमें शामिल किया और पैसे देकर उनका समर्थन हासिल किया।
पुलिस की सक्रियता
मुस्कान की गुमशुदगी के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। पहले रिजवान जेल चला गया ताकि शक न हो, लेकिन जब वह जमानत पर छूटा, तो पुलिस ने उसे फिर से पकड़ा और सख्ती से पूछताछ की।
अपराधियों की गिरफ्तारी
रिजवान के अलावा उसके दो साथी रामऔतार और राधेश्याम को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर शव बरामद किया और मामले को सुलझाया।
सबक और कानून का संदेश
यह घटना समाज को यह संदेश देती है कि अपराध कितना भी छिपाने की कोशिश की जाए, सच्चाई सामने आ ही जाती है। महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों को रोकने के लिए कानून को और सख्त किया जाना चाहिए।
