घने कोहरे और बदलते मौसम का प्रभाव
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मंगलवार की सुबह घने कोहरे और गलन भरी हवाओं के साथ हुई। कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ। हालांकि, जैसे-जैसे दिन चढ़ा, धूप खिलने से लोगों को थोड़ी राहत मिली। लेकिन मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बुधवार को मौसम फिर करवट ले सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ से बढ़ा खतरा
मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि नए विकसित हो रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण राज्य के कई हिस्सों में बारिश और वज्रपात की संभावना है। बुधवार को बुंदेलखंड और आगरा क्षेत्र के 16 जिलों में गरज-चमक के साथ वज्रपात और बारिश की संभावना जताई गई है। साथ ही, 18 जिलों में घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
किन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है?
मौसम विभाग ने जिन जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है, उनमें झांसी, महोबा, हमीरपुर, जालौन, आगरा, इटावा, औरैया, बांदा, और चित्रकूट शामिल हैं। इन इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश और वज्रपात का खतरा बना हुआ है। वहीं, लखनऊ, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर, और बरेली जैसे जिलों में घने कोहरे की चेतावनी दी गई है।
यात्रा के दौरान सावधानी जरूरी
घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी में कमी आई है। वाहन चालकों को सलाह दी गई है कि वे धीमी गति से वाहन चलाएं और फॉग लाइट का इस्तेमाल करें। कोहरे का असर रेल और हवाई यातायात पर भी पड़ा है, जिससे कई ट्रेनें और उड़ानें देरी से चल रही हैं।
बिजली गिरने का खतरा
वज्रपात के दौरान बिजली उपकरणों का इस्तेमाल न करने की सलाह दी गई है। खुले स्थानों पर जाने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
किसानों के लिए विशेष सलाह
मौसम विभाग ने किसानों को फसलों की सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय करने की सलाह दी है।
- फसलों को ढककर रखें।
- सुबह के समय सिंचाई से बचें।
- खेतों में काम करते समय सतर्क रहें।
सरकार की तैयारियां और जनता से अपील
प्रदेश सरकार ने सभी जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया है। आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया गया है और राहत कार्यों के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं। आम जनता से अपील की गई है कि वे मौसम विभाग की सलाह का पालन करें और अनावश्यक यात्रा से बचें
