दोस्ती से हिंसा तक का सफर
पिथौरागढ़ जिले में एक चौंकाने वाली घटना घटी, जिसमें दो युवकों ने प्रेम प्रस्ताव ठुकराए जाने पर दो सहेलियों की हत्या कर दी। नेपाल सीमा से लगे इस इलाके में हुई इस निर्मम घटना के बाद से गांव में भय और आक्रोश का माहौल है।
जंगल में पहली मुलाकात बनी जानलेवा
सरस्वती खड़का और इशरा खड़का अपने रोजमर्रा के काम के लिए जंगल में गई थीं, जहां उनकी मुलाकात दीपेश और राजेश से हुई। यह दोनों युवक पहले से फोन के जरिए उनके संपर्क में थे, लेकिन यह पहली बार था जब वे आमने-सामने मिले।
इनकार बना जानलेवा कारण
राजेश ने इशरा से अपने साथ रिश्ते में आने को कहा, जिसे उसने स्वीकार कर लिया। लेकिन जब दीपेश ने सरस्वती को ऐसा करने के लिए कहा, तो उसने स्पष्ट रूप से मना कर दिया। इस इनकार ने दीपेश को इतना क्रोधित कर दिया कि उसने सरस्वती पर पत्थरों से हमला कर दिया और उसे मौत के घाट उतार दिया।
इशरा का अंत भी वैसा ही
सरस्वती की हत्या के बाद इशरा बहुत डर गई और गांववालों को इस घटना की जानकारी देने की धमकी दी। इससे घबराकर दीपेश ने उसे भी पत्थरों से मारकर उसकी हत्या कर दी।
ग्रामीणों ने किया शव बरामद
जब दोनों युवतियां समय पर घर नहीं लौटीं, तो उनके परिजनों को चिंता हुई और उन्होंने गांववालों के साथ जंगल में उनकी तलाश शुरू की। कुछ समय बाद उन्होंने दोनों के शव खून से लथपथ पड़े हुए पाए। इस दृश्य ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। कुछ ही घंटों की जांच के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया।
दोषियों को सजा दिलाने की मांग
इस नृशंस हत्याकांड के बाद पूरा क्षेत्र स्तब्ध है। ग्रामीणों ने आरोपियों के लिए कड़ी सजा की मांग की है। प्रशासन ने भरोसा दिया है कि आरोपियों को जल्द से जल्द न्यायिक प्रक्रिया के तहत कठोर सजा दी जाएगी।
