मोबाइल साइंस लैब से छात्रों को मिलेगा फायदा
उत्तराखंड सरकार ने विज्ञान की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए “मुख्यमंत्री लैब ऑन व्हील्स” परियोजना को मंजूरी दी है। इस परियोजना के तहत प्रत्येक जिले में एक “मुख्यमंत्री मोबाइल साइंस लैब” खोली जाएगी, जो एक चलती फिरती विज्ञान प्रयोगशाला होगी।
इस परियोजना के लाभ
- स्टेम एजुकेशन प्रणाली: छात्रों को विज्ञान, तकनीक, गणित और प्रौद्योगिकी से जुड़ी नई तकनीकों से अवगत कराया जाएगा।
- इंटरेक्टिव शिक्षा: इस लैब में रोचक और दिलचस्प तरीकों से शिक्षा दी जाएगी ताकि छात्र आसानी से विज्ञान को समझ सकें।
- ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच: इस मोबाइल प्रयोगशाला की मदद से विज्ञान शिक्षा को दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंचाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल राज्य के प्रतिभाशाली छात्रों को विज्ञान की क्रांति से जोड़ने और उनकी रुचि को प्रोत्साहित करने में मदद करेगी।उत्तराखंड सरकार का यह कदम विज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। चम्पावत में साइंस सिटी की स्थापना, नशा मुक्ति केंद्र का शुभारंभ और मुख्यमंत्री लैब ऑन व्हील्स परियोजना, सभी राज्य के युवाओं और छात्रों के उज्जवल भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में विज्ञान और तकनीक के प्रचार-प्रसार हेतु यूकॉस्ट जैसी संस्थाओं के माध्यम से आगे भी इसी तरह की योजनाएँ लागू की जाएंगी, जिससे उत्तराखंड को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य बनाया जा सके।
