एक नया इतिहास रचने वाली खिलाड़ी
दुबई में हुई सी स्विमिंग चैंपियनशिप में भारत की तेजस्विनी शर्मा ने कांस्य पदक जीतकर अपने राज्य और देश का मान बढ़ाया है। उत्तराखंड की यह बेटी अपनी मेहनत और संघर्ष की बदौलत इस मुकाम तक पहुँची है।
शुरुआती संघर्ष और सफलता की ओर बढ़ते कदम
तेजस्विनी का जन्म उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट क्षेत्र में हुआ। बचपन से ही उन्हें तैराकी में रुचि थी और उन्होंने अपनी इस रुचि को अपने करियर में बदल दिया। कई कठिनाइयों के बावजूद, उन्होंने अपने लक्ष्य को नहीं छोड़ा और लगातार मेहनत करती रहीं।
शैक्षणिक और खेल उपलब्धियां
तेजस्विनी ने वनस्थली विद्यापीठ से अपनी शिक्षा ग्रहण की और वहीं से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए तैयारी की। वे पढ़ाई में भी अव्वल रही हैं और खेल के प्रति उनका समर्पण देखने लायक है।
पारिवारिक प्रेरणा और सहयोग
उनके माता-पिता ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया और हर कदम पर उनके साथ खड़े रहे। उनके पिता रमेश चंद्र शर्मा ने उनके प्रशिक्षण के लिए हर संभव प्रयास किया, जिससे वे इस मुकाम तक पहुंच सकीं।
देश के लिए भविष्य की उम्मीदें
तेजस्विनी शर्मा की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि अगर कोई सपना देखा जाए और पूरी मेहनत से उसकी ओर बढ़ा जाए, तो वह अवश्य पूरा होता है। उनकी इस उपलब्धि से अन्य युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी खेलों में अपना योगदान दे सकेंगे।
