सामाजिक उत्तरदायित्व की नई परिभाषा
समाज सेवा का सबसे बड़ा उदाहरण तब देखने को मिलता है जब कोई व्यक्ति अपनी जड़ों से दूर रहकर भी अपने मूल स्थान के लोगों की भलाई के लिए समर्पित रहता है। ऐसा ही उदाहरण पेश किया है उत्तराखंड के मूल निवासी संदीप ग्रेवाल ने, जिन्होंने कनाडा में रहने के बावजूद 21 निर्धन कन्याओं का विवाह करवाकर समाज में नई मिसाल कायम की।
विवाह समारोह का आयोजन
गुरुद्वारा हर गोविंद सिंह साहिब में हुए इस विवाह समारोह में संदीप ग्रेवाल ने व्यक्तिगत रूप से भाग लिया और सभी नवविवाहित जोड़ों को गृहस्थी के लिए जरूरी सामान प्रदान किया। विवाह समारोह पूरी तरह सिख परंपरा के अनुसार संपन्न हुआ, और इस अवसर पर गुरुद्वारे में विशेष अरदास और अखंड पाठ का आयोजन किया गया।
गरीब बच्चों के लिए शिक्षा की सौगात
इसके अलावा, संदीप ग्रेवाल ने छह गरीब बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाने का संकल्प लिया और उनकी स्कूल फीस अदा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा ही समाज में बदलाव ला सकती है और हर बच्चे को पढ़ाई का अवसर मिलना चाहिए।
गांव के लोगों की खुशी
गांव के लोग इस महान कार्य से बेहद खुश हैं और संदीप को अपनी प्रेरणा मान रहे हैं। उनका कहना है कि यह गर्व की बात है कि कोई व्यक्ति विदेश में बसने के बावजूद अपने गांव और देश की सेवा में तत्पर है।
प्रेरणा स्रोत बने संदीप ग्रेवाल
संदीप ग्रेवाल का यह योगदान न केवल गांव के लिए बल्कि समस्त समाज के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि समाज सेवा की कोई सीमा नहीं होती और कोई भी व्यक्ति, चाहे वह कहीं भी रहे, अपने देश के विकास में योगदान कर सकता है।
